हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की ग्राम पंचायत सेर बनेड़ा में परिवार रजिस्टर को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस मामले में दो वर्ष के मासूम बच्चे को न केवल निजी क्षेत्र में कार्यरत बताया गया है, बल्कि उसे साक्षर भी दर्ज कर दिया गया है। यह गलती परिवार रजिस्टर की नकल में उजागर हुई, जिसे देखकर परिवार हैरान रह गया। ग्राम पंचायत द्वारा अब तक इस गलती को सुधारा नहीं गया है, जिससे पंचायत की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
इस परिवार के मुखिया जोगिंदर सिंह का कहना है कि उनका परिवार पहले से ही आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है और बीपीएल सूची में दर्ज है। लेकिन इस तरह की गलत एंट्री से उन्हें आशंका है कि कहीं उन्हें सूची से बाहर न कर दिया जाए, जिससे वे सरकारी योजनाओं से पूरी तरह वंचित रह जाएं। परिवार के अनुसार, उनके घर में कुल सात सदस्य हैं और उनके पोते की उम्र केवल दो वर्ष है, बावजूद इसके, पंचायत रिकॉर्ड में उसे नौकरी करने वाला और साक्षर बताया गया है।
परिवार का आरोप है कि बीपीएल सूची में होने के बावजूद उन्हें अब तक कोई भी सरकारी लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। उनका मकान जर्जर हालत में है और बरसात के दौरान पानी घर के अंदर घुस आता है, लेकिन फिर भी उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कोई सहायता नहीं दी गई। अब उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस रिकॉर्ड की गलती को जल्द ठीक किया जाए और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
इस संबंध में विकास खंड अधिकारी (बीडीओ) सोलन रमेश शर्मा का कहना है कि परिवार रजिस्टर की एंट्री ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत की जाती है और इस मामले की पूरी जांच की जाएगी। यदि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!