हिमाचल प्रदेश के मंड-इंदौरा वार्ड 11 में अवैध खनन का मुद्दा फिर से गर्मा गया है। ब्यास नदी के किनारे लगती भूमि पर अवैध खनन को लेकर स्थानीय निवासियों का सब्र टूट गया, जिसके बाद उन्होंने वीरवार सुबह खनन में लिप्त एक जेसीबी और टिप्पर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
महिला समाजसेवी सुमन कौशल, अच्छर चौहान, नरेंद्र सिंह, मनीषा देवी, सीमा रानी, बलदेव सिंह, चनन सिंह, बेली राम और ज्योति सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि खनन माफिया लंबे समय से यहां अवैध गतिविधियों में संलिप्त था। खनन इतना बढ़ गया था कि यह उनके घरों तक पहुंच गया।
निवासियों ने कई बार खनन रोकने का आग्रह किया, लेकिन खनन करने वालों ने धमकियां देते हुए इसे जारी रखा। आखिरकार, ग्रामीणों ने एकजुट होकर कार्रवाई की और मौके पर अवैध खनन में जुटे जेसीबी और टिप्पर को कब्जे में ले लिया।
ग्रामीणों ने तुरंत इंदौरा और ठाकुरद्वारा पुलिस को सूचित किया। मामले में उन लोगों ने भी हस्तक्षेप किया, जो अपनी भूमि से खनन करवा रहे थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस के सामने ही उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गईं और गाली-गलौच किया गया।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जेसीबी और टिप्पर चालक बलकार और जनरैल को हिरासत में ले लिया। दोनों वाहनों को जब्त कर लिया गया और अवैध खनन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी इंदौरा संजीव यादव ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
यह घटना क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह खनन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए भी खतरा बन गया है।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!